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वास्तु दोष और इसे दूर करने के लिए वास्तु मंत्र

11 Sep, 2024 by ModTick

वास्तु दोष एक ऐसी समस्या है जो हमारे जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित कर सकती है, चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो या व्यावसायिक। यह दोष तब उत्पन्न होता है जब किसी स्थान का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार नहीं होता है। उदाहरण के लिए, अगर घर या कार्यालय की दिशा सही नहीं है, या वहां रखी चीज़ें सही स्थान पर नहीं हैं, तो यह वास्तु दोष की ओर ले जाता है। इस दोष के कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे जीवन में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब किसी स्थान पर वास्तु दोष होता है, तो वहां रहने वाले लोगों के जीवन में अस्थिरता, मानसिक अशांति, स्वास्थ्य समस्याएं, धन हानि, और रिश्तों में तनाव जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि हम अपने घर या कार्यालय को वास्तु के अनुसार बनवाएं या उसमें आवश्यक सुधार करें।

वास्तु दोष के कारण

वास्तु दोष मुख्य रूप से तब होता है जब किसी भवन का निर्माण गलत दिशा में या वास्तु के नियमों का पालन किए बिना किया जाता है। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. दिशाओं का गलत उपयोग: घर की मुख्य दिशा, पूजा स्थल, रसोई और शौचालय की दिशा का गलत होना वास्तु दोष का मुख्य कारण है।
  2. पंच महाभूतों की असंतुलन: पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश ये पंच महाभूत होते हैं। इनका सही संतुलन न होने पर भी वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
  3. भवन की संरचना: अगर घर की बनावट वास्तु के अनुसार नहीं है, तो यह दोष पैदा कर सकता है।
  4. असमान्य निर्माण: अगर घर में किसी एक हिस्से का निर्माण बाकी हिस्सों से अलग या असमान है, तो यह भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है।

वास्तु दोष दूर करने के उपाय

वास्तु दोष को दूर करने के लिए कई उपाय हैं। इनमें से कुछ उपाय सरल हैं और आप इन्हें खुद भी कर सकते हैं, जबकि कुछ उपायों के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह लेनी पड़ती है। यहाँ कुछ प्रमुख उपाय दिए गए हैं:

  1. दिशाओं का सही उपयोग: घर में प्रत्येक कमरे की दिशा वास्तु के अनुसार होनी चाहिए। जैसे कि रसोई दक्षिण-पूर्व दिशा में होनी चाहिए और पूजा स्थल उत्तर-पूर्व दिशा में।
  2. वास्तु पूजा: किसी विशेषज्ञ की सलाह लेकर घर में वास्तु पूजा का आयोजन कराएं। यह पूजा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करती है।
  3. वास्तु दोष निवारण यंत्र: बाजार में कई प्रकार के वास्तु दोष निवारण यंत्र उपलब्ध हैं, जिन्हें घर में रखने से दोष का प्रभाव कम किया जा सकता है।
  4. पौधों का उपयोग: घर में तुलसी, मनी प्लांट, और बांस के पौधे लगाने से वास्तु दोष का प्रभाव कम किया जा सकता है।

वास्तु दोष के लिए मंत्र

वास्तु दोष को दूर करने के लिए मंत्रों का भी बहुत महत्व है। ये मंत्र घर या स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करते हैं और वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।

वास्तु दोष निवारण मंत्र

ॐ वास्तोष्पते प्रजासु नः,

सुस्मिता धाय्योनि भज।

भूमिनः सुहावनस्त्वम,

शिवो भव सूचितः॥

यह मंत्र वास्तु दोष निवारण के लिए उपयोग किया जाता है। इस मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार करना चाहिए।

वास्तु शांति मंत्र

ॐ वास्तुदेवाय नमः॥

इस मंत्र का जाप करने से घर की सभी नकारात्मक ऊर्जाएं समाप्त होती हैं और वहां शांति और समृद्धि का वास होता है।

वास्तु मंत्र जाप के लाभ

  1. शांति का अनुभव: मंत्र जाप से मानसिक शांति प्राप्त होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  2. स्वास्थ्य में सुधार: वास्तु दोष निवारण मंत्रों का जाप करने से स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार होता है।
  3. धन वृद्धि: जब घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, तो धन और समृद्धि का भी वास होता है।
  4. रिश्तों में सुधार: वास्तु दोष के कारण उत्पन्न तनाव और कलह का निवारण होता है और रिश्तों में मधुरता आती है।

वास्तु दोष एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन इसे दूर करने के लिए कई उपाय और मंत्र उपलब्ध हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि हम अपने घर या कार्यालय को वास्तु के अनुसार बनवाएं और समय-समय पर विशेषज्ञ की सलाह लेकर आवश्यक सुधार करें। इसके अलावा, वास्तु दोष निवारण के लिए मंत्रों का जाप भी बेहद प्रभावी होता है। इन उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सुख का अनुभव कर सकते हैं।